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In One more depiction of hers, she's revealed as a sixteen-12 months-previous youthful and sweet girl decorated with jewels using a dazzling shimmer along with a crescent moon adorned around her head. She is sitting down to the corpses of Shiva, Vishnu, and Brahma.
इस सृष्टि का आधारभूत क्या है और किसमें इसका लय होता है? किस उपाय से यह सामान्य मानव इस संसार रूपी सागर में अपनी इच्छाओं को कामनाओं को पूर्ण कर सकता है?
चक्रेशी च पुराम्बिका विजयते यत्र त्रिकोणे मुदा
हर्त्री स्वेनैव धाम्ना पुनरपि विलये कालरूपं दधाना
देवीं मन्त्रमयीं नौमि मातृकापीठरूपिणीम् ॥१॥
The Saptamatrika worship is especially emphasized for all those in search of powers of control and rule, as well as for all those aspiring to spiritual liberation.
षोडशी महाविद्या प्रत्येक प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। मुख्यतः सुंदरता तथा यौवन से घनिष्ठ सम्बन्ध होने के परिणामस्वरूप मोहित कार्य और यौवन स्थाई रखने हेतु इनकी साधना अति उत्तम मानी जाती हैं। त्रिपुर सुंदरी महाविद्या संपत्ति, समृद्धि दात्री, “श्री शक्ति” के नाम से भी जानी जाती है। इन्हीं देवी की आराधना कर कमला नाम से विख्यात दसवीं महाविद्या धन, सुख तथा समृद्धि की देवी महालक्ष्मी है। षोडशी देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध अलौकिक शक्तियों से हैं जोकि समस्त प्रकार की दिव्य, अलौकिक तंत्र तथा मंत्र शक्तियों की देवी अधिष्ठात्री मानी जाती हैं। तंत्रो में उल्लेखित मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन, स्तम्भन इत्यादि जादुई शक्ति षोडशी देवी की कृपा के बिना पूर्ण नहीं होती हैं।- षोडशी महाविद्या
Shodashi’s mantra assists devotees release past grudges, soreness, and negativity. By chanting this mantra, individuals cultivate forgiveness and emotional release, selling satisfaction and a chance to move forward with grace and acceptance.
या देवी दृष्टिपातैः पुनरपि मदनं जीवयामास सद्यः
सावित्री तत्पदार्था शशियुतमकुटा पञ्चशीर्षा त्रिनेत्रा
लक्ष्मी-वाग-गजादिभिः कर-लसत्-पाशासि-घण्टादिभिः
Chanting the Mahavidya Shodashi Mantra sharpens the mind, improves focus, and improves mental clarity. This gain is valuable for college students, industry experts, and people pursuing intellectual or Inventive aims, since it fosters a disciplined and focused method of responsibilities.
‘हे देव। जगन्नाथ। सृष्टि, स्थिति, प्रलय के स्वामी। आप read more परमात्मा हैं। सभी प्राणियों की गति हैं, आप ही सभी लोकों की गति हैं, जगत् के आधार हैं, विश्व के करण हैं, सर्वपूज्य हैं, आपके बिना मेरी कोई गति नहीं है। संसार में परम गुह्रा क्या वास्तु है?
Knowing the importance of these classifications allows devotees to choose the appropriate mantras for their private spiritual journey, making sure that their methods are in harmony with their aspirations plus the divine will.